THE DEFINITIVE GUIDE TO LYRICS SHIV CHALISA

The Definitive Guide to lyrics shiv chalisa

The Definitive Guide to lyrics shiv chalisa

Blog Article

अर्थ- हे गिरिजा पुत्र भगवान श्री गणेश आपकी जय हो। आप मंगलकारी हैं, विद्वता के दाता हैं, अयोध्यादास की प्रार्थना है प्रभु कि आप ऐसा वरदान दें जिससे सारे भय समाप्त हो जांए।

If this publish has any copyrighted hyperlinks or materials, we is not going to deliver its PDF or another downloading source.

त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ ॐ जय शिव…॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

शबरी सँवारे रास्ता आएंगे राम जी - राम भजन

नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥

अर्थ- अपनी पूजा को पूरा करने के लिए राजीवनयन भगवान राम ने, कमल की जगह अपनी आंख से पूजा संपन्न करने की ठानी, तब आप click here प्रसन्न हुए और उन्हें इच्छित वर प्रदान किया।

शंकर हो संकट के नाशन। मंगल कारण विघ्न विनाशन॥

सोमवार के दिन आप सब से जल्दी उठ जाए और उसके बाद स्नान करें फिर पूजा घर में शिव जी माता पार्वती और नंदी को स्थापित करें तथा उन पर गंगा जल चढ़ाएं उसके उपरांत भगवान शिव की प्रतिमा पर तिलक लगाएं और पूजा आरंभ करें ध्यान रखें जी आप सबसे पहले गणेश भगवान की आरती करें और उसके बाद ही आप शिवजी की चालीसा करें शिवजी पर बेलपत्र अवश्य चढ़ाएं.

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

कीन्ह दया तहँ करी सहाई । नीलकण्ठ तब नाम कहाई ॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं । नारद शारद शीश नवावैं ॥

बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार। बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।

जय जय जय हनुमान गोसाईं। कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।

Report this page